रायपुर, 07 जून 2020/अन्य प्रदेशों से लौट रहे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को प्रदेश के क्वारेंटाईन सेंटरों में मिल रही सुविधाओं और मनोरंजन के साधनों से खुशी का माहौल है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए क्वारेंटाईन सेंटरों में आने वाले श्रमिक न केवल यहां रहकर कोरेंटाईन अवधि पूरा कर रहे हैं, बल्कि क्वारंटाईन सेंटरों की रंगाई-पोताई, बागवानी और सौंदर्यीकरण में भी अपना योगदान दे रहे हैं। जशपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए क्वारंटाईन सेंटरों में श्रमिकों को भोजन, नास्ता, चिकित्सा सुविधा दी जा रही है। इसके अलावा उनके मनोरंजन के लिए टी.वी. और रेडियो की व्यवस्था की गई है। इन सेंटरों में रह रही गर्भवती महिलाओं को पोषक आहार तथा समय-समय पर उन्हें नजदीकी अस्पतालों में ले जाकर चिकित्सकीय परीक्षण कराया जा रहा है। जिले में 699 क्वारंटाईन सेंटर बनाए गए हैं। इनमें लगभग 3 हजार 974 प्रवासी श्रमिकों एवं अन्य व्यक्तियों को क्वारंटाईन में रखा गया है। जिसमें 3 हजार 300 पुरूष और 625 महिलाएं हैं। इनमें 28 गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। केरल से वापस लौटी कुनकुरी विकासखण्ड के ग्राम भण्डरी निवासी गर्भवती महिला श्रीमती अंजूलता लकड़ा ने बताया कि क्वारंटाईन सेंटर में घर जैसा माहौल मिल रहा है। सेंटर में उन्हें फल, दूध एवं आवश्यक पोषण आहार मिल रहा है। सेंटर में सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध है। महाराष्ट्र से वापस आईं गर्भवती महिला श्रीमती राजकिशोरी कुजूर ने भी क्वारंटाईन सेंटर में घर जैसा माहौल मिलना बताया। इन प्रवासी महिलाओं ने प्रदेश वापसी के बाद प्रशासन के माध्यम से मिल रही सुविधाओं के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त किया है।