भोपाल। राज्यपाल श्री लाल जी टंडन ने कहा कि एनसीसी के कैडेट नये भारत के शिल्पकार हैं। निस्वार्थ सेवाभावी युवा देश की ताकत और उज्जवल भविष्य के संवाहक है। कोविड-19 पेंनडमिक के दौरान कैडेट्स द्वारा प्रशासन और नागरिकों के मदद के लिए किए गए कार्य, उनकी सेवा संकल्प का प्रमाण है। उनकी सेवा भावना अनुकरणीय और सराहनीय है। श्री टंडन राजभवन में अपर महानिदेशक एनसीसी मेजर जनरल संजय शर्मा से चर्चा कर रहे थे। श्री टंडन ने कैडेट्स और उनके पालकों को अपनी भावनाओं से अवगत कराने के लिए भी कहा।
राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि इस महामारी में एन.सी.सी. कैडेट्स ने देश के समक्ष सच्ची राष्ट्रवादी भावनाएं और सेवा प्रदर्शित की है। उन्होंने कैडेट्स के माता-पिता को भी धन्यवाद दिया है। इस वैश्विक महामारी की स्थिति में जिन्होंने अपने बच्चों को आगे लाकर प्रशासन को सहयोग प्रदान किया है।
राज्यपाल को अपर महानिदेशक एन.सी.सी. ने अवगत कराया कि मध्यप्रदेश निदेशालय स्थानीय प्रशासन की सहायता के लिए एन.सी.सी. कैडेट्स उपलब्ध कराने वाला देश का पहला निदेशालय था। एन.सी.सी. कैडेट्स ने नीमच, मंदसौर, रतलाम और राजगढ़ जिले में सार्वजनिक स्थानों जैसे बाजार, बैंक और डाकघरों में यातायात व्यवस्था, खाद्य सामग्री वितरण और सामाजिक दूरी बनाये रखने के दायित्वों को सुनिश्चित किया। एन.सी.सी. कैडेट्स ने रतलाम रेलवे स्टेशन पर लगभग 15 हजार प्रवासियों के सुचारू स्वागत और रवानगी में भी सहायता की। कैडेट्स ने लोगों को सामाजिक जागरूकता के कार्यों के साथ-साथ भोजन, राशन पैकेटों तथा मास्क का वितरण जरूरतमंद लोगों को करने में सहायता की। उन्होंने यह भी बताया कि 3000 से अधिक एन.सी.सी, कैडेट विभिन्न जिलों में सहायता के लिए तैयार हैं। लगभग 60 हजार एन.सी.सी. कैडेट पूरे देश में अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं।